जाट । जाट शब्द का अर्थ । जाट कौन है?

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जाट कौन है

जाट भारत और पाकिस्तान में बसा हुआ एक जातिय समूह हैं जो कि मुख्यत: कृषि से जुड़ा हुआ एक समुदाय है। जाट जाति के लोग हिंदू, मुस्लिम, सिख आदि धर्मों में पाए जाते हैं।

जाट शब्द की उत्पत्ति

मान्यता के अनुसार महाभारत काल के युधिष्ठिर के वंशजों को जाट माना जाता है। तो कुछ मान्यताओं के अनुसार जाटों को श्री कृष्ण का वंशज माना जाता है, हालांकि अलग-अलग इतिहासकारों के अनुसार अलग-अलग मत हैं लेकिन मुख्य मत यह हैं कि जाट मूलत: भारत के निवासी हैं। जाट शब्द की उत्पत्ति ज्येष्ठ शब्द से मानी जाती है। जिसका अर्थ होता है बड़ा।

जाटों के बारे में

हिंदू जाटों ने अलग-अलग धर्मों में जाटों ने धर्म परिवर्तित किया। मुस्लिम जाट , सिख जाट एवं बिश्नोई जाट समुदाय हिंदू जाटों से ही अलग होकर अपना अलग समुदाय बनाया ।

भारत में राजस्थान , पंजाब , हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश एवं जम्मू कश्मीर में जाट समुदाय निवास करता है, यह समुदाय पंप से कृषि एवं पशुपालन पर निर्भर है भारत में किसान का पर्याय जाट को माना जाता है, लेकिन जाट समुदाय के वीर योद्धा काफी शक्तिशाली माने जाते हैं इसीलिए आजादी से पहले भारतीय सेना में जाट रेजिमेंट की स्थापना कर दी गई। जाट जाति का प्लेटो भरतपुर महाराजा सूरजमल को माना जाता है। जाटों के बारे में कहा जाता है कि जाट भोली किस्म का बहादुर समुदाय है।

जाट समुदाय में गोत्र

जाट समुदाय में गोत्रों की संख्या करीब 500 से भी ज्यादा मानी जाती है जैसे कि गोदारा, बेनीवाल ,कड़वासरा ,भाम्भु , सारण,महिया , रोपडिया, सऊ , सियाग , पूनिया, साईं , हुड्डा , मांजू , अटवाल , ढाका , कुदुं ,थाकण , तेतरवाल , मंडा , पावङ ‍ , धतरवाल , भाखर , लोल ,  भारी , पचार इत्यादि ।

जाट समुदाय में मुख्य

जाट समुदाय में लोकदेवता तेजाजी को सबसे लोकप्रिय माना जाता है , इसके अलावा चौधरी चरणसिंह , चौधरी देवीलाल , परसराम मदेरणा , वीर गोकुला , महाराजा सूरजमल ‍, रामनिवास मिर्धा आदि लोकप्रिय जाट हुए ।

 

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