JNVU के चुनाव: एबीवीपी,एनएसयूआई,एसएफआई व मोती सिंह जोधा ने तेज किया प्रचार , रोचक मुकाबला

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JNVU के चुनाव: एबीवीपी,एनएसयूआई,एसएफआई व मोती सिंह जोधा ने तेज किया प्रचार , रोचक मुकाबला

जोधपुर के जयनारायण व्यास यूनिवर्सिटी के चुनाव इस बार अति महत्वपूर्ण होने के साथ-साथ बहुत ही रोचक होने वाले हैं , पिछले 2 वर्षों से राजस्थान में अध्यक्ष पद हेतु चुनाव नहीं हुए थे , एवं जोधपुर के जय नारायण व्यास यूनिवर्सिटी में पिछली बार निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी ने बाजी मार कर चुनाव जीता था।

इस बार सबकी नजरें एबीवीपी , एनएसयूआई एवं एसएफआई के साथ-साथ मोती सिंह जोधा पर है ।

एबीवीपी ने अपने प्रत्याशी के तौर पर राजवीर सिंह बांता को चुनाव मैदान में उतारा है , एनएसयूआई ने हरेंद्र चौधरी को प्रत्याशी घोषित किया , रविंद्र सिंह भाटी के समर्थन से चुनाव लड़ रहे अरविंद सिंह भाटी को एसएफआई की तरफ से उम्मीदवार घोषित किया गया है। वहीं निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर मोती सिंह जोधा चुनाव मैदान में उतरे हैं।

राजवीर सिंह बांता व हरेंद्र चौधरी ने आरएलपी से समर्थन पाने हेतु हनुमान बेनीवाल से मुलाकात की , हरेंद्र चौधरी ओसिया विधायक दिव्या मदेरणा से भी समर्थन हेतु मुलाकात कर चुके हैं। वहीं राजवीर सिंह बांता को अरुण भाकर ने अपना समर्थन दिया है। अरुण भाकर जेएनयू में अध्यक्ष पद हेतु इस बार चुनाव लड़ रहे थे लेकिन उन्होंने बाद में अपना समर्थन राजवीर सिंह बांता को दे दिया ।

हरेंद्र चौधरी का सहयोग पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष सुनील चौधरी कर रहे हैं , अरविंद सिंह भाटी का समर्थन पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष रविंद्र सिंह भाटी कर रहे हैं। निर्दलीय तौर पर चुनाव लड़ रहे मोती सिंह जोधा अपने संबोधन में सतीश कॉम के साथ होने का दावा कर रहे हैं , एवं मोती सिंह जोधा रविंद्र सिंह भाटी पर सबसे ज्यादा आक्रामक तेवर दिखाते हुए नजर आ रहे हैं।

जेएनवीयू में प्रमुख तौर पर जाट , और राजपूत जाति के छात्र बाहुल्य हैं। लेकिन इन दोनों जातियों के 2-2 कैंडिडेट अध्यक्ष पद हेतु चुनाव लड़ रहे हैं ऐसे में एससी एसटी , बिश्नोई एवं अन्य जातियों के छात्रों का योगदान जिस उम्मीदवार को होगा उस उम्मीदवार की जीत तय मानी जा सकती है।

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